झूठ को दिल की आलमारी में हम पाले गए, ऐसा गिरें की ना किसी और से संभालें गए। तेरे लफ़्ज़ों को कानों में इतना भर लिया हमनें, कि वफा के सर पर बेवफा के इल्जाम डालें गए। उम्र भर जिनके जवाब देने से कतराते रहे हम, जानबूझकर ही वो सवालात मुझपे उछाले गए। हवा को मालूम था कि अंधेरों से है बैर पुराना, इक झोंके में ज़िंदगी से चराग़ों के उजाले गए। #yqdidi #yqbaba #yqquotes #collabwithकोराकाग़ज़ #collabwithyourquotedidi #चराग़ #मोहब्बत #आशुतोष_अंजान