सालो बाद देखा उसे, देखता रहा विना पलकें झपकाए आंखें झूठी लग रही थी, क्या यही हैं? दिल में हजार सवाल आए। कहां गया आंखों का वो काजल ,वोरृंगार : कहां गई पैरों की वो पीपल,की हार क्यों उनका भी साथ छोड़ दिया तुमने ,?- क्या वो भी मेरी तरह तुम्हारे लायक नहीं थी। कहां गई होठों की वो मादक मुस्कान, कहां गई बातों की चीता, क्यों उनको भी ठुकरा दिया तुमने , क्या वो भी मेरी तरह तुम्हारे लायक नहीं थे। #satishjayaswal #dontworrybehappyforever #satish #645624 #सतीश सालो बाद देखा उसे, देखता रहा विना पलकें झपकाए आंखें झूठी लग रही थी, क्या यही हैं?