White या देवी सर्व भूतेषु,शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै,नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ निराशारूपी रूपी अंधकार का नाश करते हुए सकारात्मकता रूपी नव ऊर्जा से भरकर जीवन को नवीनता प्रदान करना ही नवरात्रि पर्व का मुख्य संदेश है। जीवन में काम, क्रोध, लोभ, मोह मात्सर्य का समावेश ही घनघोर रात्रि के समान है जिसमें प्रायः जीव उचित मार्ग के अभाव में भटकता रहता है।हमारे शास्त्रों में अज्ञान और विकारों को एक विकराल रात्रि के समान ही बताया गया है। इन दुर्गुण रूपी रात्रि के समन के लिए तथा जीवन को एक नईं दिशा,नया उमंग,नया उत्साह देने के साधना काल का नाम ही नवरात्र है। माँ दुर्गा साक्षात ज्ञान का ही स्वरूप है और नवरात्र में माँ दुर्गा की उपासना का अर्थ ही ज्ञान रूपी दीप का प्रज्ज्वलन कर जीवन से अज्ञान के अंधकार का नाश करना हैं। माँ आदिशक्ति की उपासना के महापर्व शारदीय नवरात्र पर आप सभी को अनंत शुभकामनाएं!मैया की कृपा से हर घर-आँगन में सुख,समृद्धि,खुशहाली आये और प्रेम, सौहार्द के मधुर प्रकाश से हर जीवन आलोकित होता रहे,यही प्रार्थना करता हूँ। ©Shatrughan Devpuria #sad_qoute