बड़े दिनों बाद वो मुस्कुराई थी जब उसकी नज़र और मेरी नज़र तकराई थी मुताला नहीं था उसकी तबस्सुम का ये मोहब्बत का आगाज़ था यह बेवजा वो मुस्कुराई थी #potty#shayri#