*✍🏻“सुविचार"🖋️* *📚“1/10/2022”* *📙“शनिवार”💫* *मां का पांचवा “गुण” है “करुणा”* *मां “करूणा” का सबसे बड़ा रूप है और आज के युग में “मनुष्य” जो है थोड़ा आगे भी क्यों ना निकल जाए,मां को तो पीछे ही “छोड़” देता है, मां को तो “भुल” ही जाता है...* *यह “भुल” आप कभी न करें... कभी भी न करें,* *क्योंकि “मां” वो “करूणा” है जो यदि आपके “जीवन” से चली ही गई तो उसके पश्चात आप “जीवन” अवश्य जिएंगे किंतु कभी “जीवन” “जी” नहीं पाएंगे,उसके पश्चात आपके जीवन से आपका यह “मूल्यांक”,आपके जीवन से “करूणा” का यह भाव यह भी आप खो दोगे,आपकी मां सबसे अधिक “महत्वपूर्ण” है यदि आपने अपनी “मां” को खो दिया तो समझ लीजिए आपने सबकुछ “खो” दिया,इसलिए को सदैव “स्मरण” रखिए,उन्हें सदैव “प्रेम” और “इज्जत” दिजिए,और ऐसी सभी “मां” को हमारा “शत-शत प्रणाम”...* *अतुल शर्मा*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"🖋️* *📚“1/10/2022”🙏🏻* *📙“शनिवार”💫* #Good_Positive #positivity