शेर- तू ग़र इजाज़त दे तो तेरी ज़ुल्फ़ों में एक फूल और लगा दूँ वैसे भी तू कम महजबीं नहीं रश्क़-ए-कमर तुझे ज़ोहरा जबीं बना दूँ 【महज़बीं- सुंदर】 【रश्क़-ए-कमर- चांद की ईर्ष्या】 【ज़ोहरा जबीं- आसमां में सबसे चमकता तारा】 OPEN FOR COLLAB #ATflowerbg • A Challenge by Aesthetic Thoughts! Collab on this beautiful bg with your soulful words. • Please maintain the aesthetics.