इस दुनिया में मेरा अपना क्या है? जन्म, मां की देन है। छत, पिता का साया है। शरीर, उन दोनों की काया है। आत्मा, तो परमात्मा की माया है। अन्न, धरती मां की उपज है। पानी, नदियों से ही आता है। दोस्त, समय के साथी है। समय, तो खुद ही बैरागी है। अपना किसको बोलें यहां। सब तो बस एक छलावा है। खाली हाथ ही आए थे। खाली हाथ चले जाना है। अपना क्या है... #अपनाक्याहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqquotes #yqhindi #aestheticthoughts #yqsahitya