आँखे हुई नम और जब दिल ने मुस्कुराया ,तब। कोई भुला याद आया...! जब कभी ज़िक्र हुआ मोहब्बत का कही ,तब। कोई भुला याद आया...! क्या यही दिल लगाने का ईनाम है , नादान दिल ने है चोट खाया ,तब। कोई भुला याद आया...! हँसी जिसे दी है ,उसी ने रुलाया ,की। कोई भुला याद आया...! 🎀 Challenge-218 #collabwithकोराकाग़ज़ #नादानदिल #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़