मैंने सन्नाटों को आवाज़ें दी हैं, तारों से शिकायतें की हैं, आसमान को ओढ़कर सोयी हूँ मैं, और यादों से लिपट के रोयी हूँ मैं। वक़्त बदलता है, मानती हूँ! जज़्बात बदलते हैं, एहसास बदलते हैं, रिश्ते बदलते हैं, रिश्तों के नाम बदलते हैं, जो कल थे वो आज बदलते हैं, सब बदलता है, फिर मैं क्यों नहीं बदलती? When suddenly one feel nostalgic! #सन्नाटे #आवाज़ #तारे #शिकायतें #आसमान #यादें #बदलाब #एहसास #जज़्बात #रिश्ते #YQbaba #yqdidi #tpmd #palsi