अक्सर सुना है लोगों से " हमारे जमाने में तो " होते थे समाज कुछ खाश सोचता हूं , कुछ खाश तो नहीं पर काश, दो चार किस्से होते हमारे तहजीब में आज भी जिन्दा... न करते लोग किसी की बेवज़ह यु निंदा... खुद को मान समाज के वे हिस्से काश , न कुरेदते किसी के जख्म भरे किस्से... होती आज भी बेटियाँ सुरक्षित होते घर में वृद्ध - जनो के भी इज्जत... आज कुछ अलग होते समाज के आईने अगर,बदल गए होते सभी के नज़रियों के मायने... #hamarejamanemaito#nojoto#nojotohindi#society#truth#beloved#motivational#thought