गुजारा साथ में बचपन, किए कुछ काम तगड़े थे चुराए 'आम' भी काफी, और फिर गए भी पकड़े थे यही कुछ यादें हैं बाकी,बसी जो दिल के कोने में.... कमीने यार थे जिगरी,मगर सब दिल के टुकड़े थे #yaari#yaarjigri