तू ह्रदय की है कल्पना इस कल्पना को सत्य कर तुझमे बसे मेरे प्राण हैं,यमराज बन मेरे प्राण हर, तेरे मुख की चंचलता है,मेरी कल्पना मैं बसी हुई मेरे संग चल,थोड़ी दूर पर,बाहों मैं बाहें डाल कर। {saud.writes.k} #hindipoetry #prem #mywords #nojotohindi #kalpna #mythoughts #saudahmed #nojotoapp