रावण ने सीता का हरण करके अपना विनाश खुद ही बुला लिया था। हनुमान जी ने सीता का पता लगाया, राम ने राम सेतु बनवा दिया था। राम-लक्ष्मण के संग सुग्रीव, जामवंत, हनुमान और पूरी वानर सेना थी। रावण को ललकार कर श्री राम की जय करते हुए वानर सेना चल रही थी। रामसेतु पर चलकर वानर सेना सहित सभी ने सागर पार कर लिया था। रावण को अपने अजेय होने का भ्रम था उसने भी युद्ध स्वीकार लिया था। युद्ध प्रारंभ हुआ तो ना जाने कितने वीर और महान योद्धा वीरगति को प्राप्त हुए। रावण ने अपने भाई विभीषण को त्याग दिया था विभीषण ने राम की शरण ली। रावण के पुत्रों के साथ-साथ रावण के भाई कुंभकरण का भी वध हो गया। रावण स्वयं महान योद्धा था अंत में राम से युद्ध के लिए वह स्वयं आ गया। विभीषण ने श्री राम को रावण के मरने का भेद पहले से ही बता दिया था। राम ने विभीषण से मित्रता कर उसे लंका का राजा पहले ही घोषित किया था। राम रावण के मध्य भयंकर युद्ध हुआ श्री राम ने युद्ध में विजय प्राप्त की। रावण की मृत्यु के पश्चात श्री राम ने विभीषण को लंका का राजा बना दिया। राम रावण युद्ध असत्य पर सत्य की और अधर्म पर धर्म की जीत संग समाप्त हुआ। सीता को छुड़ाया अयोध्या नगरी वापस आए अयोध्या में दीपोत्सव मनाया गया। #yqbaba #yqdidi #myquote #openforcollab #collabwithmitali #ramayan_ka_saar #ram_ravan_yuddh 📀Time limit till 11:59 pm tommorow... 📀No word limit 📀You have to maintain these hashtags