बड़ों से उलझने की बजाय ख़ामोश रहके कर्म करो, आपके कर्म उन्हें आपकी अहमियत से रूबरू कराएंगे क्योंकि कर्म ही इंसान को इंसान के प्रति नज़रिया बदलने को मज़बूर करता है। ©जीत #Hope जीत की कलम से दिल के अल्फ़ाज़ #lockdown3 #12.2 #thoughtoftheday #६मई२०२० Read my thoughts on