शहर की भीड़ मे हर कोई एक दूसरे को देखता है, सब अपने मे मगन है... पर कही न कही ये महसूस होता है, कि हर शख्स खुद को बहला रहा है..., कयूकिं हर कोई मन से परेशान जो रहता है..., हाँ भीड़ कई बार अच्छी नही लगती,तो कई बार इसी मे खो जाने का मन करता है..., इसकी वजह इंसान खुद है, जो न दूसरो के लिए हाजिर होता है.. और न खुद के लिए किसी को हाजिर करना चाहता है..., #NojotoHindi #शहर की भीड़ #...👍