#पुस्तक_दिवस चलेगी जब भी मन पर मर्जी हुनर भी सारे दिखाएगा, अभी है चुप पर ख़ुद को इक दिन बना के नारे दिखाएगा, किताबों के दरिया में बैठा हुआ गुमसुम सा खफ़ा कछुआ, मगरमच्छों की टोली को इक रोज दिन में तारे दिखाएगा। #चारण_गोविन्द #पुस्तक_दिवस #booklover #bookday #विश्वपुस्तकदिवस #चारण_गोविन्द #CharanGovindG #govindkesher #Books