——————————————— चाहत था वो मेरी, मैं उसका मजबूरी। प्यार तो था कभी, रहा ना कुछ अभी। आजाद करदी मैंने उसे, दूर करके मेरे खुदसे। चाहत से प्यार है मुझे, मजबूरी नहीं चाहिए।। ♥️ Challenge-583 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।