Nojoto: Largest Storytelling Platform

इतनी भी क्या बेरूख़ी है.. कि ये नज़रें ऐसे झुकी ह

इतनी भी क्या बेरूख़ी है.. 
कि ये नज़रें ऐसे झुकी हैं  ? 
हम तो कब से बैठे हैं इस इंतज़ार में.. 
तुम करीब आओ अपने इस हाल में, 
किस्मत को न जाने क्या मंज़ूर है
यूँ पास होकर भी हम दूर हैं  ? 
वक़्त का ये कैसा सितम  हैं.. 
कि तुम्हारे साथ होकर भी हम कम हैं ?

©Deepali Singh
  #BerukhiTeri