अभी #हौसलो की #उड़ान बाकी है मत रुक मुसाफिर अभी तेरा #इम्तेहान बाकी आएंगी कई #मुश्किले रास्ते मे अभी तेरे #सफर का #अंजाम बाकी है लोग #ताने भी देंगे अभी तेरा #बदनाम होना बाकी है साज़िशों का #दौर तो शुरू हुआ है अभी बहुत से #इल्ज़ाम बाकी है ना थक ना रुक #हवाओ का रुख #खिलाफ है तेरे तो क्या हुआ यही तो #इम्तेहान है और अभी तेरा #इम्तेहान बाकी है #शाहीन_बाग़ की बहनों के लिए #फ़िरोज़_खान की कलम से