चलो तुम भी पढ़ दो कुछ कसीदे मेरे वक़ार में, कुछ गजलें मैं भी कह दूंगा तेरे प्यार में, उन अनसुलझी उलझनों की मालूमात होने दो संसार में, वरना दुनिया कहती है, मुक्कमल ना हुई मोहोब्बत तो गजलें लिखता हूँ बेकार में। कसीदे= कविता, वक़ार=शान, मुक्कमल=सफल #nojotohindi #hindi #pyar #वक़ार #मोहोब्बत #kavita #poem #gajal