शिव कहते है उधार ज्ञान, सीखा हुआ ज्ञान, दूसरे से लिया हुआ ज्ञान बंधन का कारण है। तुम उस सबको छोड़ देना, जो दूसरे से मिला है। तुम उसकी तलाश करना, जो तुम्हें किसी से भी नहीं मिला। तुम उसकी खोज में निकलना, उस चेहरे की खोज में जो कि तुम्हारा है। तुम्हारे भीतर छिपा हुआ एक झरना हे चैतन्य का, जो तुम्हें किसी से भी नहीं मिला। जो तुम्हारा स्वभाव है, जो तुम्हारी निज संपदा है, निजत्व है वही तुम्हारी आत्मा है। ओशो शिव-सूत्र ©sunayana jasmine #Shiva #Soham #osho #Knowledge #Gyaan #Feel #ink #hardwork #India