"सर्दियों के रात" सड़क से प्रेम और वादा/विक्रम अगस्त्य
#नवयुवकों का प्रकृतिक प्रेम
"सर्दियों के रात" सड़क से प्रेम और वादा/विक्रम अगस्त्य_
/_ सर्दियों के रात, विरान पड़ी सड़कें..
दोस्तों के चल रहे थे, कंधे पे हाथ रख
हमसभी कुछ गुनगुना रहे थे।
सर्द हवाएं साथ निभा रही थी,