Nojoto: Largest Storytelling Platform

White सुकून मिलता है अकेलेपन से यहाँ कोई अपना नहीं

White सुकून मिलता है अकेलेपन से
यहाँ कोई अपना नहीं
खुदगर्ज है सब यहाँ
वरना हम इतना अपनों से ही दूर होते नहीं
वैसे किसे अपना कहूँ किसे पराया 
समझ नहीं आता दिल को
क्यूँ कि यहाँ कोई अपना होता
तो इतने दर्द देता नहीं
जवाब देना आता नहीं था और सवाल कर पाना मुश्किल बना दिया
वरना इतना बे कदर होते नहीं
काश कि जान जाते खुद को पहले ही
तो जितना सहा उतना सहते नहीं 
कि सुकून मिलता है अकेलेपन से
यहाँ कोई अपना नहीं....... (2)

©writer....Nishu...
  #यहाँ कोई अपना नहीं Sôhíñ Görwâl R... Ojha The.pain_writer sivia Nîkîtã Guptā