चुनो सदा सुमार्ग और नित्य ही चले चलो, रुको नहीं कभी कहीं ध्वजा लिए बढ़े चलो। डरो नहीं किसी घड़ी रहो अपार शान से, टिके रहो जुबान से डिगो नहीं विधान से। #पञ्चचामर_छंद #विश्वासी