बारिश की हल्की फुहारों सी तुम्हारी मुस्कुराहट हमें अपना बना गई।। फिर क्या था हम रोज बारिश आने का इंतजार बड़ी सिद्दत से करने लगे।। #प्यार #लम्हा #सिद्दत #जान please love my poem