इश्क़ की गलियों में "मशहूर", हम भी होंगे जनाब। अभी हमारे "इश्क़" को, गहरा तो होंने दो। - ब्राह्मण अभिषेक पटैरिया , ©Abhishek Pateriya #_इश्क़