रमता जो घिरा था अब तक गैरों के बीच,फरिश्तों से मुलाकात उसकी कल होगी। अधूरी जो नींद ले रहा था अब तक कल वो मुकम्मल होगी। है आसमान घिरा बादलों से पूरा दिख रहा बस एक ही सितारा है, तू तसल्ली तो कर क्योंकि सफर पर अकेले निकल पड़ना हर किसी के बस से बाहर है। लहरें इस कदर मिलेंगी किनारे से कि इन लोगों और रीति से तुझे जुदा कर देंगी, तू रास्ता तो तह कर कि घुल जाएगा इन फिजाओं में कुछ ऐसे की खुद से तेरी मुलाकात होगी। इन आंसुओं को आज बहने दे कब तक खुद को भीतर नोचता रहेगा, तू आवारा सफर पर तो निकल कि कब तक इन जुल्मियों के बीच सेहमा रहेगा। वो अक्सर तुझे बुरा कहेंगे पर तो क्या, एक बात तू इतनी याद रख कि भरी भीड़ में कभी रावण ने पूछा, "तुम सब मुझे जला तो रहे हो लेकिन तुम में से कोई राम है क्या?" -Sonal Guleria ©Hey Siri #darknights