और किन लफ्जो में लिख दूँ तुझे, तू है तो हर वक्त अपनापन लाता हैं। तू है तो जिंदगी जरा ,और खुद को समझता है। कभी पिता, भाई,दोस्त, पति, और ना जाने कितने ही रिश्तों में बंध खुद को मजबूत बनाता है। आँसू जो तेरे गिरे ना यूँ कन्ही सो खुद से ही झगड़ जाता हैं। सच्चा और जरा सा अकन्डू सा है पर तेरे साथ हर दुनिया खूबसूरत नज़र आता है। #happy_international_Mens_day