Happy Janmashtami हे कृष्णा ''कान्हा...''तेरी जीवनलीला अपरंपार है... तुज ही से शुरू...तुज ही से खत्म ये संसार है... माखन-चोर, बाल गोपाल, वो जशोदा के जाया है... रुक्मणि संग विवाह रचाया, राधा का प्रीतम प्यारा है... ज़हर पिया मीरा ने... तू गिरधर गोपाल कहलाया है... गोपियो संग रास रचाया, राक्षसों को भी नचाया है... क्या क़ुछ नहीं किया तूने, जीवन मार्ग हमें दिखलाया है... कर्म करे सो फल पाए, यही जीवन मंत्र सिखलाया है... क्या जरूरत थी तुजे मनुष्य अवतार की ???...Nidhi सिवाय तेरी रासलीला के...और कुछ कहाँ कोई देख पाया है ??? #कृष्णा