बिगड़े जमाना चाहे तुमसे कितना भी , ज़िंदा रखना ख़यालो को ज़रा अपने अंदर भी , भूल जाते है लोग ख़ुदके किये हुए वादे भी , तुम बनों मसीहा ज़रा से इस जमाने के भी ।। #PeaceInSociety #PeaceForSociety