तेरी सोच का क्या कहूं, हो गई बहुत ही मैली नज़रें रुक जाती जहां भी देखी लड़की अकेली छोटी सोच के गुलाम बन गए हैं हम इंसानियत खत्म हो रही बस निकल रहा धुंए में दम कदमों तले कर्मों को रोंद चला इंसान इस सदी में जीना भूल बन रहा हेवान सोच के दायरे केवल हवस और भूख के है औरत का दर्जा सबसे ऊंचा ये विचार तो किसी मूर्ख के हैं मां की चूनर ओढ़ कर जो सुकून से सोता था औरत की कामयाबी पे जिसका गर्व भी खुश होता था वो चूनर हो गई अब श्रिण़ और मैली रिश्तों का कोई मोल नहीं, कामयाबी तो बस एक पहेली नाक उठा कर चलते हो हैवानियत लेकर खुद को मर्द कहते हो ऐसी इंसानियत देकर वो दिन दूर नहीं जब मां काली बन तुझ पर बरसेगी राक्षसों का संहार होगा तेरी रूह सांसों को तरसेगी। -प्रतीक चोरड़िया ✍️ #Woman #Respect #DirtyMinds #इज्ज़त #औरत #बलात्कार #हैवानियत #मररहीइंसानियत #PerfectCapture #ByPrateek