वाह रे कोरोना ! भले ही तूने दुनिया को डर से हिला दिया पर सच है आज तुमने परिवार को मिला दिया रहते थे जो अपने में ही व्यस्त आज साथ बैठ कर खाते हैं जिनके पास समय देने के लिये समय नहीं था वे परिवार संग समय बिताते हैं अब शहर भी गांव सा प्रतीत होता है हर ओर फैली शांति सुकून सा देता है कर्ण को कोलाहल नहीं कोयल की कूक सुनाई देती है कुटुम्ब में चित्कार नहीं अब चिड़ियों की चहचहाहट आनंदित करती है अस्ताचलगामी मन को विचलित करता है पर उदयीमान चित्त को नई ऊर्जा देता है बंद हुई वो भागा दौड़ी अब परिवार ही है सर्वोपरी... पर क्या ये मात्र 21 दिन के जज़्बात हैं जबतक #कोरोना तू साथ है... बीत जाएंगे ये पल फिर न लौट के आएंगे अपने फिर से अपने में ही खो जाएंगे फिर भी इक बात की तसल्ली है जब तक तू रहा रे #कोरोना अपने सब साथ रहे मिल कर सब खिले-खिले पर कुछ भी हो अब बहुत हुआ तेरा क़हर... अब तू जा रे #कोरोना अब तेरे क़हर से नहीं है रोना ....!!! ~Ravishing_Roshan My Original Quotes on #NOJOTO QuotesAbout #नॉवेल_कोरोना #Ravishing_Roshan