जुड़ा हूँ गाँव की खुशबू से मुझे शहर का रिवाज नहीं जंचता, लोग बदल जाते हैं वक्त के साथ मुझे ये मिजाज नहीं जंचता। तुम जो कहके पलट गये खुद अपनें वादों से मैंने जो सच कह दिया तो तुम्हें ये हिसाब नहीं पचता। #शून्य #मिजाज #शहर #गाँवकीखुश्बू #रिवाज #सच #हिसाब #कुछ_अनकही_बातें ✍🏼 कुछ अनकहा सा ...