वादा ओ उम्र (Happy promise day) 🤝🤝🤝🤝🤝🤝🤝🤝🤝 बंधन दिलों के बंध गए नई मिली मंजिल, निश्चित प्रेम छलक हृदय हुआ धवल, तकाज़े पवित्र नफ़्स के यूं तख्लीक हुए, अनवरत प्रेमधरा कि मानो हो प्रति फल, ललाट पर सजा सिंदूरी कुम - कुम, प्रेम स्पर्श कर रंगदो मेरा मुस्तकबिल़, वादा ओ उम्र साथ का कर हमनशी, बिस्मिल हुई रुह को हो फस्ल ए गुल।— % & रचना: 5 #kkrosysumbria #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #kkजश्न_ए_इश्क़ #जश्न_ए_इश्क़ #विशेषप्रतियोगिता