तू अखिया नू बहने दे ,,,, ज़ो खलिश हे बिना तेरे बया होने दे ' बिन तेरे महोब्बत की हे ज़ालीम रजा निगाहो को सहने दे , तू ..आखिया नू बहने दे ,,,,,,, #haert and other बेजान #परिन्दा हा बेवक्त #लाकिरो पे चल पडा, मिला कुछ नही लेकीन #यकिन खुद पे होने लगा , की #बेजान नही #ज़िन्दगी रंगो का #कारोबार हे इसमे कोई #सातिर नही...... ....