कोशिश करती हूँ ना चाहू तुझे पर बस चलता नही समझाती हूँ दिल को बहुत पर दिल समझता नही दिल के किसी कोने में तेरी जगह महफ़ूज कर ली कोई ताने बाने, रस्मो रिवाज़ दिल पहचानता नही जिस को जो सोचना है सोचे; फर्क किसे पड़ता है बस तेरी चाहत के अलावा दिल कुछ जानता नही क्या करे इस दिल का है बड़ा ही ज़िद पर अड़ा ये एक बार जिसे दिल दे दिया उसे कभी भूलता नही मानती हूँ ये पागलपणती है बहुत अजीब सी मगर तुमने दिल को कैद किया क्या ये तुम्हारी खता नही जी नहीं मानता दिल नहीं मानता #दिलनहींमानता #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi