मेरे हनुमान के, दर जो भी आता है चरणों मे अपने, शीश को, जो भी झुकाता है हर लेते है पीड़ उसकी सारी ... ऐसे है बजरंग बाल ब्रह्मचारी इनकी महिमा का बजता, नगाडा चहु ओर है ये ही है स्वयं बाबा भोले का रूप, ये ना कोई और है थर- थर कांपते है, भूत- प्रेत पिशाच इनके आगे इनकी महिमा का ना कहीं कोई छोर है शरण आने वाले का ,ये संकट मिटाते है तभी तो दूर- दूर से, नर नारी इनकी शरण मे आते है मंगल और शनि को होती है इनकी पूजा .. इनके सम बलशाली नही कोई दूजा जिनकी पूजती है आस, बाबा पर सिंदूर और चोला चढ़ाते है सवामणी का बाबा को भोग लगाते है हे बाबा तुम सबकी आस पूजाना शरण मे आए तुम उसे दुःख मिटाना ©Dr Manju Juneja #हनुमान #बजरंग #बालब्रह्मचारी#शरण #दुःख#सिंदूर #चोला #भूतप्रेत#संकट #hanumanjayanti