फकत अच्छे हैं हम, क्योंकि बुरों का डेरा है , सम्मान सच है ?,या दिल में भय बसेरा है। बड़ी तहजीब से,हमें आपने उकेरा है, चांद अच्छा है,जब तलक अंधेरा है। था वक्त वो भी, ये भी वक्त मेरा है, जीवन जटिल है ,बस आपदा ने घेरा है ये जो ढह रहा, ये ही मकान मेरा है, मै इसकी ईंट बन जाऊं,मान मेरा। बस एक उम्मीद ने इंसानियत जिया रखी है, घनघोर तम की आंधियों में जस दिया रखी है। मेरे बलिदान से गर आ रहा सवेरा है, जान कुर्बान है क्योंकि जहान मेरा है। बस भावना से आपकी, सम्मान मेरा, बस इसी सोच से भारत महान मेरा है।। चांद अच्छा है जब तलक अंधेरा है।।। #smman kb tak