इस अंजुमन में नहीं की, ऐसी मोहब्बत किसी ने........ जिस मोहब्बत के बदले, मोहब्बत न मिलती हो.......... और यहां कोई भी ग़ज़ल, ऐसी नहीं मेरी फेहरिस्त में...... मेरी जान जिसकी शक्ल, तेरी शक्ल से न मिलती हो..... ©Poet Maddy इस अंजुमन में नहीं की, ऐसी मोहब्बत किसी ने........ #Gathering#Love#Exchange#Found#Gazal#List#Face.........