Nojoto: Largest Storytelling Platform

चांद की चांदनी भी फिकी लगे मेरी बहना जब हसती हैं ।

चांद की चांदनी भी फिकी लगे मेरी बहना जब हसती हैं ।       
तो हस देता हैं गम भी।
और जो रूढ जाए तो बहार लौट जाए
कुछ छुपाकर बैठीं हैं
कुछ नाराज हैं 
जो पास थी वो आज दुर हैं
इसिलिए राखी हाथों मे लिए
पलकों को भिगोकर बैठी हैं           
और जो रूढ जाए तो बहार लौट जाए
कुछ छुपाकर बैठीं हैं
कुछ नाराज हैं 
जो पास थी वो आज दुर हैं
इसिलिए राखी हाथों मे लिए
पलकों को भिगोकर बैठी हैं. राखी हैं मेरे भैया
चांद की चांदनी भी फिकी लगे मेरी बहना जब हसती हैं ।       
तो हस देता हैं गम भी।
और जो रूढ जाए तो बहार लौट जाए
कुछ छुपाकर बैठीं हैं
कुछ नाराज हैं 
जो पास थी वो आज दुर हैं
इसिलिए राखी हाथों मे लिए
पलकों को भिगोकर बैठी हैं           
और जो रूढ जाए तो बहार लौट जाए
कुछ छुपाकर बैठीं हैं
कुछ नाराज हैं 
जो पास थी वो आज दुर हैं
इसिलिए राखी हाथों मे लिए
पलकों को भिगोकर बैठी हैं. राखी हैं मेरे भैया
pinkoza4919

pink oza

New Creator