वो चुपके से देख रहा था, पर मुझे ये पता नहीं था, इत्तेफाक या कुछ और था? पता नहीं कैसे... मेरी नजर उस पर अटक गया था। हां...वो मुझे चुपके से देख रहा था। नजर मिलि,धड़कन तेज हो रहा था, बहुत दिनों बाद देखी उसे... मुंह पर हल्की मुस्कान थी...फिर भी उसका चेहरा उदास था। ©Aparna Nayak #udaasi #zudai #sadthoughts #hindi_shayari #opensky_poet_quotes #opensky_poet