तुम क्या मेरी हस्ती समझोगे हमने सीखा है मुस्कराना गुलाबों से जो कांटो में रह कर भी खिलता है सिर्फ दूसरों को मुस्कराने के लिए उलझन से उलझ कर उलझना कहीं बेहतर है सुलझने से #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqdiary #yqtales #उलझन