अंत का आरम्भ है..जाग जा मनुष्य..!! नियंत्रित है तू नियंता नहीं..क्यों पकड़ता है भविष्य.. जीव एक अतिसूक्ष्म और अदृश्य पर बौना है तू.. खेलता फिर क्यों अलौकिक ब्रह्म के विज्ञान से... अंश है भगवान का पर..है बंधा कर्मो से तू.... कर्म कलुषित हो न पायें बन जा शाश्वत् शिष्य....!! अंत का आरम्भ है जाग जा मनुष्य..!! ✍©Hemmy अंत का आरम्भ है..जाग जा मनुष्य..!! Composed today addressing serious outbreak of a dreadful virus attack insights towards how human is messing up the nature!! #killcorona #saveearth #savehumanity #quarantine #poetrywithhemmy#firstquote