न मैं गजल ए उस्ताद और न ही कवि का अंश हु।। मैं कृष्ण जैसा तेज़ नही और न किरदार कंश हु।।। मैं तो दर्जी मामूली सा जो शब्दो को मुद्दे पहनता... शब्द मेरी दुनिया हैं और पन्नो में ही मुझे रहना था।।। मधुर नही है शब्द मेरे गाते दर दर की है चीखे.... अकसर प्रवचनों से ज़्यादा लोग दर्द से ही सीखे।।। #my_style #love #follow #the_choubey_factor