इश्क़ हो जाए, ये तो कल की बात है मगर बेवफाई भी तो बगल की बात है। चलो भीगा लिया है मैंने तन-मन मेरा मगर जलना भी तो मुश्किल की बात है। बहोत हैं ज़माने में तेरे जैसे फूल 'माही' नहीं जानते,कि ये तो कमल की बात है। फैलाई है मैंनें इक आग अपने मोहल्ले में बढ़नी/बुझनी, ये तो हलचल की बात है। रुक के इंतज़ार और नहीं, राह चलते हो कौन - किसका है, ये तो पागल बात है।। ©Maahi बगल की बात। इक ताज़ी ग़ज़ल। _ ©माही|Maahi . #maahi #maahia #maahiasmeet #ShayarMaahi #Owncreations #artist #colours