कहना तो था तुमसे, अपनी मोहब्बत का फसाना, क्या ख़बर थी कि बन जाएगा, हमारी खामोशी का अफसाना..। गुलज़ार साहब कहते हैं- "ख़ामोशी का हासिल भी इक लम्बी सी ख़ामोशी है" इसलिए ख़ामोशी अच्छी बात नहीं। वरना एक शिकायत रह जाएगी ख़ुद से कुछ कहना तो था.. Collab करें YQ Didi के साथ।