धधक रहा चिता अनल अनल की ज्वाला है प्रबल, उठ रहा धुआँ धुआँ बज रही हैं घंटियाँ, शांत है हृदय यहाँ शून्य सी है चेतना, शून्य सा ये व्योम है शून्य शक्ति है सबल, धधक रहा चिता अनल अनल की ज्वाला है प्रबल। #NojotoQuote बड़े दिनों के बाद पुनः उपस्थित हूँ... अपनी नई रचना के साथ 🙏🙏🙏🙏 👇👇👇👇👇👇👇👇 धधक रहा चिता अनल अनल की ज्वाला है प्रबल, उठ रहा धुआँ धुआँ