रात सपने में वो मेरे पास आई। हाथ मिलाई और बहुत मुस्कराई । कुछ मेरी सुनी कुछ अपनी सुनाई। फिर चल दी ये कहकर कि कुछ खरीदने को थी बाजार आई। हमने भी कह दिया कि यहां महोब्बत मिलती है वो भी बिना कीमत की उसने भी सुना दिया कि बिना कीमत की चीज हमें जरा भी नहीं रास आई। ©Munish Jassal रात सपने में वो मेरे पास आई #nojotoquotes #nojotopoetry #nojotodaily #nojotonews #nojotooriginal #nojotostatus #nojotothought #nojototoday