वक़्त को बस जरा सा वक़्त तो दे,,,जो टूटा है वो जोड़ भी देगा,,, जो छुटा है तेरा तुझ तक मोड़ भी देगा,,, ज़ख़्म दिए हैं पैरों में इसने तुझको चलना सिखाने को,,, तू चलना तो सीख ये तुझे मरहम भी देगा।।। आज आँखों में आँसू हैं तो मुस्कराने से डरते हो,,,,, कहीं फिर रुला ना दे जिंदगी,,, हर पल में मरते हो,, एक दिन यूँ ही सीखा देगी खुल के जीना ये जिंदगी तुझे,,, तब मौत को भी तू जीना सिखा देगा।।। आंसू हजार होगें तेरी आँखों में फिर भी तू मुस्कुरा देगा।।।। आज टूटा है टुकड़ों में तो जुड़ना जैसे नामुमकिन सा लगता है,,, ग़र जो जुड़ने से मोहब्बत है तुझे तो क्यूँ ये मुश्किल सा दिखता है,,,, तोड़ के किसी पत्थर को मूरत बनाया जाता है,,, देकर के चोटें किसी हीरे को निखारा जाता है,,, चोटें मिल रहीं हैं तो तुझमे निखार भी आएगा,,,, जो कभी सोचा भी ना था उस मुकाम को पाएगा,,,, देकर के इतने आंसू फिर ये तुझको खुशियों की बाहर देगा।।। ना दर्द कहीं भी होगा सब कुछ सवार देगा।।।