वो खुद अंधेरे मे रहकर, रौशनी जग मे करता है, वो शिक्षक हैँ जो विद्यार्थी का दुख हारता है | वो खाली दिमाग़ की बत्ती जाला दे, वो बच्चों से करते अनन्य प्यार हैँ, वो कभी देते डांटा तो, वो कभी करते दुलार हैँ | वो सडक बनकर खुद ठहर से जाते हैँ, वो बनके मार्गदर्शक हमारे हमें राह दिखाते हैँ | वो जितना जानते उतना आवश्य बताते हैँ, वो देख के हमारे माथे की शिकन हमारी सारी परेशानी जान जाते हैँ| कभी बताओ उन्हें कोई समस्या उन्हें तो, वो खुद हल बन जाते हैँ | पता नहीं मुझे शिक्षक कौन हैँ? जो दिखा दे सही राह वही शिक्षक कहलाते हैँ | वो बनके माली खुद विद्यार्थी रूपी पौधे को सींचते हैँ गर हार जाएँ कभी तो हमारा हाथ सफलता की ओर खींचते हैँ | दया, करुणा, त्याग का वो हमें पाठ पढ़ाते हैँ वो हमारे अभिमान हैँ, आओ करें उन्हें नमन, उन्हें दिल से सम्मान हैँ | -आपका अपना त्रिनाथ सेन. #happytechersday #techers #siksha #dedicated #writers #poem #story